• 23.6.20

    घड़ियाल एवं मगरमच्छ

    घड़ियाल(Gharial):-
    घड़ियाल भारतीय उपमहाद्वीप का मूल निवासी है।
    इसे IUCN(International Union for Conservation of Nature)द्वारा एक गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
    इनकी आबादी राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य, कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य, सोन नदी अभयारण्य और उड़ीसा के सतकोसिया कण्ठ अभयारण्य में प्रचुर रूप में मौजूद हैं।

    खारे पानी के मगरमच्छ(salt water crocodile):-
    इसे पृथ्वी की सबसे बड़ी जीवित मगरमच्छ प्रजाति माना जाता है।
    पर्यावास:
    यह ओडिशा के भितरकनिका नेशनल पार्क, पश्चिम बंगाल के सुंदरवन और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पाया जाता है।
    यह दक्षिण पूर्व एशिया और उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में भी पाया जाता है।
    खतरे:
    अवैध शिकार
     निवास स्थान की हानि आदि।
    सुरक्षा की स्थिति:
    IUCN ने इसे least concern का स्टेटस दिया है।
    वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972: अनुसूची 1 में इसे सरंक्षण प्रदान है।

    मगरमच्छ:-
    मगरमच्छ , जिसे भारतीय मगरमच्छ या दलदल मगरमच्छ भी कहा जाता है, पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है।
    इसे IUCN द्वारा  vulnerable के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
    मुगर मुख्य रूप से मीठे पानी की प्रजाति है, और झीलों, नदियों और दलदल में पाई जाती है।

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