परीक्षा में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण रोगों के नाम और वर्गीकरण




जीवाणु, विषाणु, प्रोटोजोवा और कृमि से होने वाले प्रमुख रोगों का संक्षिप्त परिचय



यहाँ परीक्षा (Exam) में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण रोगों के नाम दिए गए हैं जिन्हें वर्गीकृत करके लिखा गया है:

जीवाणु (Bacteria) से होने वाले रोग

  • हैजा

  • तपेदिक (टीबी)

  • न्यूमोनिया

  • डिप्थीरिया

  • टिटनेस

  • प्लेग

  • कुष्ठ रोग

  • टायफाइड

  • काली खाँसी

विषाणु (Virus) से होने वाले रोग

  • पोलियो

  • चेचक

  • गलसुत्रा (Entluonga)

  • जसरा

  • Bird Blue, swine flu

  • Ebola, Nepan, Corona

  • डेंगू

प्रोटोजोवा से होने वाले रोग

  • पायरिया

  • निद्राः ज्वर

  • काला ज्वर

  • मलेरिया

  • अगीबियाचित

कृमि से होने वाले रोग

  • टोनीयासिक

  • जाइलेरिया

  • एस्कैरियासिल

  • हांथी पांव


विस्तृत लेख – परीक्षा में महत्वपूर्ण रोगों के नाम

परीक्षा में अक्सर जीवन विज्ञान और स्वास्थ्य संबंधी विषय में जीवाणु, विषाणु, प्रोटोजोवा और कृमि से होने वाले विभिन्न रोगों के नाम पूछे जाते हैं। इसे समझना विद्यार्थियों के लिए बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि ये रोग मानव जीवन पर गंभीर प्रभाव डालते हैं।

जीवाणु से होने वाले रोग ऐसे होते हैं जो बैक्टीरिया की वजह से शरीर में संक्रमण पैदा करते हैं। उदाहरण के लिए, तपेदिक, हैजा, टायफाइड, न्यूमोनिया आदि। ये रोग पानी, खाना, सांस और सीधे संपर्क से फैलते हैं। सही इलाज और स्वच्छता से इन रोगों को रोका जा सकता है।

विषाणु से होने वाले रोग वायरल संक्रमण होते हैं, जिनमें पोलियो, चेचक, डेंगू, कोरोना वायरस, इबोला जैसे खतरनाक रोग आते हैं। यह रोग तेजी से फैलते हैं और इन्हें रोकने के लिए टीकाकरण (वैक्सीन) तथा स्वास्थ्य नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक होता है।

प्रोटोजोवा से होने वाले रोग छोटे परजीवी प्रोटोजोवा द्वारा फैलाए जाते हैं, जैसे मलेरिया, काला ज्वर, निद्राज्वर आदि। यह रोग मुख्यतः संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलते हैं।

कृमि से होने वाले रोग वे हैं जिनमें शरीर में रहने वाले परजीवी कृमि, जैसे टेपवर्म, गेहूँ के कृमि आदि रोग पैदा करते हैं। इन रोगों से बचाव हेतु स्वास्थ्य एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है।

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