संविधान सभा (भाग-2)
संविधान सभा का चुनाव
कैबिनेट मिशन योजना द्वारा निर्धारित किया गया कि 10 लाख जनसंख्या पर एक प्रतिनिधि चुना जायेगा इस आधार पर संविधान सभा के सदस्यों की कुल संख्या 389 निर्षिचत की गई।
संविधान सभा के कुल सदस्यों को निम्न रूपों में बाँटा गया
कुल सदस्य-389
ब्रिटिष प्रांत- 292 देशी रियासत- 93
चीफ कमिश्नर- 4
संविधान सभा का चुनाव "अप्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली" द्वारा "आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली" के "एकल संक्रमणीय मत पद्धति" के द्वारा हुआ था।
एकल संक्रमणीय मत पद्धति = इस चुनाव प्रणाली में एक ही सदस्य एक से अधिक मत अपनी वरियता या पसंद के आधार पर देता है।
प्रांतीय विधान सभाओं के कुल 1585 सदस्यों ने संविधान सभा के सदस्यों का चुनाव किया।
389 सदस्यों में से 292+4 = 296 सदस्यों का चुनाव हुआ और 93 सदस्यों का विभिन्न राजा/रजवाड़े द्वारा मनोनयन किया गया। इस प्रकार संविधान सभा के सदस्यों का निर्वाचन भी हुआ और मनोनयन भी।
संविधान सभा का चुनाव तीन वर्गों में विभाजित किया गया था जो निम्न है
1- सामान्य = 213
2- मुस्लिम = 79
3-सिख =4
213+79+4 = 296
संविधान सभा के सदस्यों का निर्वाचन जुलाई 1946 तक समाप्त हो चुका था।
चुनाव परिणाम
कांग्रेस = 208
मुस्लिम लीग = 73
निर्दलीय = 8
क्षेत्रीय दल = 7
संविधान सभा में
महिलाओं की संख्या = 15
अनुसूचित जाति की संख्या = 26
अनुसूचित जनजाति की संख्या = 33
सामान्य की संख्या = 213
मुस्लिम की संख्या = 79
सिक्ख की संख्या = 4
संविधान सभा की बैठक
संविधान सभा की प्रथम बैठक 9 दिसंबर 1946 को सुबह 11 बजे दिल्ली के सेन्ट्रल हाल/केन्द्रीय समा (दिल्ली स्थित कौंसिल चैम्बर के पुस्तकालय भवन) में हुई थी।
प्रथम बैठक में ही जे. बी. कृपलानी के पहल से फ्रांस के संविधान का अनुसरण करते हुए सभा के सबसे बुजुर्ग सदस्य डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा को संविधान सभा का अस्थायी अध्यक्ष चुना गया।
इसी परंपरा के अनुसार आज भी संसद की कार्यवाही दिन के 11 बजे प्रारम्भ होती है।
संविधान सभा की प्रथम बैठक में कुल 207 सदस्यों ने भाग लिया था जिसमें 9 महिलायें भी षामिल थी। तथा प्रथम बैठक में ही संविधान सभा द्वारा एच. सी. मुखर्जी को संविधान सभा का उपाध्यक्ष चुना गया।
संविधान सभा की द्वितीय बैठक 11 दिसंबर 1946 को हुई। इसी दिन डा. राजेन्द्र प्रसाद को संविधान सभा का स्थायी अध्यक्ष चुना गया। था इसी दिन बी. एन. राव को संविधान सभा का संवैधानिक सलाहकार चुना गया था।
संविधान सभा की तृतीय बैठक 13 दिसंबर 1946 को हुई। इसी दिन प. जवाहर लाल नेहरु ने संविधान सभा में उद्देश्य प्रस्ताव को पेष किया और इस उद्देश्य प्रस्ताव को संविधान सभा द्वारा 22 जनवरी 1947 को स्वीकार किया गया।
नोट- महात्मा गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना संविधान सभा के सदस्य नहीं थे।
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