• 9.2.22

    उत्तर प्रदेश की बोलियां एवं क्षेत्र

     





    उत्तर प्रदेश में बोली जाने वाली बोलियां निम्न है। 

    (1)  कौरवी ( खड़ी बोली)

    (2)  ब्रज भाषा

    (3)  कन्नौजी

    (4)  बुंदेली

    (5)  अवधी

    (6)  भोजपुरी

    (7)  बघेली


    उत्तर प्रदेश की बोलियां एवं क्षेत्र

    1. बुंदेली 

    क्षेत्र –  झांसी, जालौन , ललितपुर, महोबा, हमीरपुर

    ‘आल्हा खंड’  बुंदेली में ही लिखा गया है। 

    2. ब्रजभाषा

     ब्रज पश्चिमी हिंदी की सबसे प्रमुख बोली है। 

     क्षेत्र –  मथुरा, अलीगढ़, एटा,बदायू, आगरा, मैनपुरी, बरेली

     रीतिकाल में इसी भाषा की प्रधानता थी। 

    3. कन्नौजी बोली

    क्षेत्र –  कन्नौज, कानपुर, पीलीभीत, हरदोई, फर्रुखाबाद, इटावा

    4. (खड़ी बोली) कौरवी

    खड़ी बोली के प्रथम कवि अमीर खुसरो  थे। 

     सर्वप्रथम खड़ी बोली शब्द का प्रयोग लल्लू लाल एवं सदल मिश्र के द्वारा किया गया। 

     क्षेत्र-  मेरठ, मुरादाबाद,  बिजनौर, शामली, गौतम बुद्ध नगर, रामपुर, हापुड़, बागपत, सहारनपुर। 

    ‘प्रिय प्रवास’  खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य  है। 

    5. अवधी बोली

    क्षेत्र –  लखनऊ, फैजाबाद, प्रतापगढ़,  इलाहाबाद, मिर्जापुर, उन्नाव, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, कानपुर, आवसी, रायबरेली, बहराइच, बस्ती, गोंडा

    ‘रामचरितमानस’ अवधि में रचित महाकाव्य है। 

     विदेश में ‘फिजी’ मे अवधी बोली  जाती है। 

    6. बघेली बोली

     क्षेत्र –  बांदा, चित्रकूट, सोनभद्र, इलाहाबाद का एमपी से लगा हुआ हिस्सा। 

    7. भोजपुरी

     हिंदी में बोलने वालों की सर्वाधिक संख्या भोजपुरी बोली की है। 

     क्षेत्र –  गोरखपुर, बस्ती, बलिया, देवरिया, गाजीपुर, वाराणसी, आजमगढ़, मऊ, जैनपुर, सिद्धार्थनगर, अंबेडकरनगर

    भोजपुरी शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग रेंडम ने किया था। 

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