कृषि उड़ान योजना-
इस योजना की घोषणा बजट 2020-21 में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने की है तथा नागर विमानन मंत्रालय इस योजना को क्रियान्वित करेगा।
हमारे देश की आबादी का बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है किसानों की कुछ जल्दी खराब होने वाली फसले जैसे -फल,सब्ज़ियां,दूध,मछली और मांस आदि समय पर बाजार में नही पहुँच पाती है जिससे एक तरफ इन उत्पादों की बर्बादी होती है तो दूसरी तरफ इनका उचित मूल्य किसानों को नही मिल पाता है इस समस्या को दूर करने के लिये ही इस योजना की शुरुआत की गई।
योजना के मुख्य लक्षण-
1.कम समय में खराब होने वाली फसलों को विमान के माध्यम से मंडियों एवं दूसरे स्थानों तक पहुँचाया जाएगा।
2.अंतरराष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय मार्गो पर इस योजना को गति प्रदान की जाएगी ताकि किसानों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य मिल सके।
3.इस योजना के अंतर्गत विमानों में कम से कम आधी सीटों के किराए पर सब्सिडी देकर कम किराया लिया जायेगा।
4.जो किसान इसका लाभ लेना चाहते हैं तो पहले उन्हें अपना रजिस्ट्रेशन ऑफिशियल बेबसाइट पर करना होगा।
5.पूर्वोत्तर एवं आदिवासी जिलों के किसानो की विशेष रूप से सहायता की जाएगी।
योजना के प्रमुख लाभ-
1.कृषि उत्पादों का उचित दाम मिलने से 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में आसानी होगी।
2.दूध,फल,सब्ज़ी आदि की बर्बादी को रोक जा सकेगा।
3.कृषि इंफ़्रा का विकास होगा।
4.उत्पादको एवं उपभोक्ताओं के बीच सप्लाई चेन सुदृढ़ होगी।
5.विदेशों में भी भारतीय कृषि उत्पादों को पहुंचाने में आसानी होगी।
6.कृषक आत्मनिर्भरता में वृद्धि।
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