कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन के कारण ठेलें,रेहड़ी पटरी,फेरीवालों एवं छोटी दुकान वालों का कारोबार बहुत अधिक प्रभावित हुआ जिसके कारण उनकी आजीविका पर प्रभाव पड़ा, सरकार ने इनकी समस्या को देखते हुए आर्थिक पैकेज में इस योजना की घोषणा की थी जिसे कैबिनेट की मंजूरी प्रदान कर दी गई है।
मुख्य विशेषताएं-
1. इन छोटे कामगारों के लिए अधिकतम 10000 रुपये का कर्ज इस योजना के तहत प्रदान किया जाएगा। यह कर्ज बैंक एवं वित्तीय संस्थाएं प्रदान करेंगी।
2. इस योजना के अंतर्गत लॉन्ड्री, सैलून एवं पान की दुकानों को भी सम्मिलित किया गया है।
3. इसके अंतर्गगत लगभग 50 लाख स्ट्रीटवेंडरों को लाभ पहुंचाया जाएगा।
4. यह योजना मार्च 2022 तक चलेगी।
5. समय पर कर्ज का भुगतान करने से 7% तक ब्याज सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
6. यह लोन बिना किसी गारंटी के प्रदान किया जाएगा।
7. सरकार ने इस योजना के लिए 5000 करोड रुपए आवंटित किये है।
मुख्य लाभ-
1. ये अतिगरीब लोगों पर केंद्रित योजना है जिससे उन्हें अपनी आजीविका प्रारंभ करने में मदद मिलेगी।
2. संस्थागत ऋण प्राप्त होने से सूदखोरों के चंगुल से मुक्ति।
3. गरीब लोगों में सरकार के प्रति विश्वास में वृद्धि।
4. पहले लोन एवं जल्दी भुगतान की स्थिति में अधिक लोन प्राप्त करने की योग्यता।
5. कोरोना महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने मेंं महत्वपूर्ण भूमिका।
6. प्रवासी श्रमिक जो इस लॉकडाउन में अपने घर,कस्बे में लौट कर आए हैंं इससे वह अपना छोटा कारोबार प्रारंभ कर सकते हैं। और भविष्य में बड़े शहरो की ओर होने वाले प्रवसन में भी अपेक्षाकृत कमी आ सकती है।
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