भारत एशिया ही नही अपितु समस्त विश्व का एक विशिष्ट देश है,जो अपनी विशिष्टता एवं विविधता के लिये सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है इसकी विशिष्टता के आधार इस प्रकार हम देख सकते हैं-
1.विविधतापूर्ण समाज एवं उसकी एकता-भारत में अनेक भाषा,धर्म, संस्कृति को माननेे वाले लोग निवास करते हैं परन्तु इतनी विविधताओं केे बाद भी परस्पर एकता दिखाई देती है।
2.भूगोल-भारत भौगोलिक दृष्टि से विविधताओं एवं जटिलताओं वाला देश है , यहां विश्व में पाई जाने वाली लगभग प्रत्येक प्रकार की जलवायु पाई जाती है साथ ही पर्वत पठार मैदान की विविधता देखी जा सकती है।
3. अवस्थिति- भारत एशिया के दक्षिण- मध्य में अवस्थित एक देश है ,हिंद महासागर में इसकी अवस्थिति केंद्रीय हैं तथा पश्चिम से पूर्व की ओर जाने वाली हवाई मार्गों एवं जल मार्गों के एक केंद्र बिंदु में अवस्थित है।
4. जनसंख्या- भारत दुनिया का दूसरा सबसेेेे अधिक जनसंख्या वाला देश है तथाा इसकी अधिकांश जनसंख्या युवा है।
5. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि- इतिहास की दृष्टि से भारत की विश्व में एक विशिष्ट पहचान है, हड़प्पा सभ्यता से लेकर आधुनिक समय तक इसमें एक निरंतरता देखी जा सकती है।
6. लोकतंत्र- भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है तथा भारत ने इस क्षेत्र में अपनी एक विशिष्ट पहचान को स्थापित किया है।
7. संविधान- भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
8. अर्थव्यवस्था-अर्थव्यवस्था की दृष्टि से भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है तथा निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है।
9. परंपरागत एवं आधुनिकता का समन्वय- यह विशिष्टता भारत के जीवन मूल्यों, समाज ,अर्थव्यवस्था एवं प्रत्येक अंग में आ सकती है।
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